नई दिल्ली: कांग्रेस के राहुल गांधी ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के एक हालिया बयान को लेकर तीखा हमला किया। राहुल गांधी ने कहा कि भागवत का यह बयान कि ‘भारत को राम मंदिर के अभिषेक के बाद ‘सच्ची आज़ादी’ मिली’, देशद्रोह के बराबर है और यह हर भारतीय का अपमान है।
कांग्रेस मुख्यालय उद्घाटन पर राहुल का बयान
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नई दिल्ली में कोटला रोड स्थित नए कांग्रेस मुख्यालय ‘इंदिरा गांधी भवन’ के उद्घाटन के अवसर पर मोहन भागवत के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। राहुल ने भाजपा, आरएसएस और उनके सहयोगियों पर आरोप लगाया कि वे व्यवस्थित रूप से भारत के संस्थानों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
संविधान और आरएसएस की विचारधारा में टकराव
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की लड़ाई अब सिर्फ राजनीतिक विरोधियों तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा, “हम बीजेपी या आरएसएस जैसे संगठनों के खिलाफ नहीं, बल्कि उन संस्थाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, जिन पर उन्होंने कब्जा कर लिया है। यह अब निष्पक्ष लड़ाई नहीं रही।” उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत में दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक ओर संविधान और समानता की विचारधारा है, जबकि दूसरी ओर आरएसएस और उनके सहयोगियों की सोच है। राहुल ने इसे ‘देश की आत्मा की लड़ाई’ बताते हुए कहा, “हम संविधान के विचार को बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
भागवत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर राहुल गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। भागवत ने कहा था कि ‘राम मंदिर के निर्माण से ही सच्ची आज़ादी मिली’, जिसे राहुल ने हर भारतीय का अपमान बताया। राहुल ने कहा, “अगर आप कहते हैं कि हमें 1947 में आज़ादी नहीं मिली, तो यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का अपमान है।”
महाराष्ट्र चुनाव पर सवाल उठाए
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में मतदाता सूची की गड़बड़ियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “एक करोड़ नए मतदाताओं का अचानक जुड़ना और चुनाव आयोग का पारदर्शी सूची देने से इनकार करना गंभीर चिंता का विषय है। यह लोकतंत्र को कमजोर करता है।”
भारत की आत्मा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध कांग्रेस
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भारत की आत्मा और संविधान की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “आज जो सत्ता में हैं, वे तिरंगे और संविधान का सम्मान नहीं करते। उनकी सोच केवल कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने और वंचित वर्गों की आवाज दबाने की है।” राहुल ने अंत में कांग्रेस के संकल्प को दोहराते हुए कहा, “हम यह लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे। कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है जो इस एजेंडे का सामना कर सकती है।”
Mohan Bhagwat’s audacious comment that India didn’t gain true independence in 1947 is an insult to our freedom fighters, every single Indian citizen and an attack on our Constitution. pic.twitter.com/6sMhdxn3xA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 15, 2025